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मेरे ख़यालोंकी मलिका ....

 

मेरे ख़यालोंकी मलिका ....


कभी एक गजराभी पहन लेना 

उड़ती झुल्फोंको कोई तो साथ देगा 


और न भूलना वो हल्कीसी बिंदी 

जो खिला देगी खूबसूरत चेहरा 


हथेली भरीहो हिनाकि खुशबुसे 

कोमल हातोंका जादू और चलेगा


चुडियोंका जरूरी है खनकना

आवाज़ में उनकी हँसी मिला देना


हो सके तो पायल भी चढ़ा देना 

आहट उनकी आमद-ए -गुल होगा (Blooming of flowers)


कानोमे सजादेना तुम हुस्न के झुमके 

गाल शरमा जाए ऐसे सवर जाना


दूसरी कायनात न सोचु मै  कभी  (World)

निकलना पहनकर लिबास कुछ ऐसा 


ये सादगी फिर क़यामत ही लाएगी 

अब और ये दिल कितना मर मिटेगा ?



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