----------------------------
बुला रहा है कोई !
----------------------------
कब्र पे फुल चढाने बुला रहा है कोई !
इतना रुलाया और आसू भी न पोछे,
फसानेगम सुनाने बुला रहा है कोई !
दुआ क्या चीज़ है ? पूछता रहा उम्रभर
खुदके लिए दुआ माँगने बुला रहा है कोई !
जिन्दा रहते सादगी का शौक न किया,
आज आबरू बचाने बुला रहा है कोई !
------------------------------------