देखते रहे , जब देखती हो आईना
सुना तेरे हुस्न के चर्चे, हर गली है।
कौन खूबसूरत, तुम या अक्स जानुना
बहस कर रहा आशिक, हर गली है।
जानलो, पूरा सच नही कहता आईना
बला की हसिन तुम हो, सुने हर गली है।
अक्स का हकदार बन बैठा है आईना
हुस्न चोरी की फिराक में, कोई हर गली है।
बेनकाब न निकलो बात मेरी ये मानना
बेवजह जान जाती, हर रोज, हर गली है।
छत पर खड़े होकर बाल खुले न छोडना
चाँद देख ईद मनाने, तैयार हर गली है।
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